Best 67+ Zindagi Shayari in Hindi

Zindagi Shayari in Hindi is a collection of poetry that captures all kinds of feelings, experiences, and life lessons conveyed by poetry. Zindagi Shayari is a type explores the complexity of the human condition, providing deep understanding, ability, and philosophical reflections on life’s different aspects. In Zindagi Shayari the heart of the human experience in all its various forms is captured by Zindagi Shayari, from successful moments to hardships, disappointments, and the unavoidable condition of loss.

The deep truths and general topics covered in the field of life’s poetry connect deeply with readers who find comfort, advice, and knowledge in these poems, which are often used as a source of inspiration, consolation, and thought. And you can explore more about Sorry Shayari.

Zindagi Shayari sometimes highlight concepts of hope, resiliency, and the human spirit’s ability to stay strong in the face of hardship. Zindagi Shayari allows readers to think and discover meaning in the basis of life through a timeless prayer on the beauty and complexity of the human experience, whether enjoying life’s moments of joy and satisfaction or facing its difficulties and challenges.

zindgi shayari

Zindgi Shayari in Hindi

जिंदगी देने वाले, मरता छोड़ गये,
अपनापन जताने वाले तन्हा छोड़ गये,
जब पड़ी जरूरत हमें अपने हमसफर की,
वो जो साथ चलने वाले रास्ता मोड़ गये।

अपनी तो ज़िन्दगी है अजीब कहानी है,
जिस चीज़ की चाह है वो ही बेगानी है,
हँसते भी है तो दुनिया को हँसाने के लिए,
वरना दुनिया डूब जाये इन आखों में इतना पानी है।

मैंने जिन्दगी से पूछा..
सबको इतना दर्द क्यों देती हो?
जिन्दगी ने हंसकर जवाब दिया..
मैं तो सबको ख़ुशी ही देती हु,
पर एक की ख़ुशी दुसरे का दर्द बन जाती है!!

फर्क होता है खुदा और फ़क़ीर में,
फर्क होता है किस्मत और लकीर में..
अगर कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेना..
कि कुछ और अच्छा लिखा है तक़दीर में।

उड़ा भी दो सारी रंजिशें इन हवाओं में यारो,
छोटी सी जिंदगी है नफ़रत कब तक करोगे,
घमंड न करना जिन्दगी मे तकदीर बदलती रहती है,
शीशा वही रहता है बस तस्वीर बदलती रहती है..

जिनकी आंखें आंसू से नम नहीं,
क्या समझते हो उसे कोई गम नहीं,
तुम तड़प कर रो दिये तो क्या हुआ,
गम छुपा के हंसने वाले भी कम नहीं..

इस दिल को किसी की आस रहती है,
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है,
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही,
पर तेरे बेगैर जिन्दगी बड़ी उदास रहती है..

छोटे से दिल में गम बहुत है,
जिन्दगी में मिले जख्म बहुत हैं,
मार ही डालती कब की ये दुनियाँ हमें,
कम्बखत दोस्तों की दुआओं में दम बहुत है..

आसमां में मत दूंढ अपने सपनों को,
सपनों के लिए ज़मीं भी जरूरी है,
सब कुछ मिल जाए तो जीने का क्या मज़ा,
जीने के लिये एक कमी भी जरूरी है…

मंज़िल इन्सान के हौसले आजमाती है,
सपनों के परदे आँखों से हटाती है,
किसी भी बात से हिम्मत मत हारना,
ठोकर ही इन्सान को चलना सिखाती हैं।

अभी सूरज नहीं डूबा जरा सी शाम होने दो,
मैं खुद लौट जाऊंगा मुझे नाकाम तो होने दो,
मुझे बदनाम करने का बहाना ढूंढ़ता है जमाना,
मैं खुद हो जाऊंगा बदनाम पहले मेरा नाम तो होने दो..

सपनों की मंज़िल पास नहीं होती,
ज़िंदगी हर पल उदास नहीं होती,
ख़ुदा पे यकीन रखना मेरे दोस्त,
कभी-कभी वो भी मिल जाता है जिसकी आस नही होती..

जीना चाहा तो जिंदगी से दूर थे हम
मरना चाहा तो जीने को मजबूर थे हम
सर झुका कर कबूल कर ली हर सजा
बस कसूर इतना था कि बेकसूर थे हम।

बेगानों से गुजर जाते है कोई बात नहीं होती,
हम उनसे रोज मिलते हैं मगर मुलाक़ात नहीं होती,
सूखे बंजर खेत जैसी जिंदगी बेहाल है,
घटाएं घिर तो आती है मगर बरसात नहीं होती..

लगे है फोन जबसे​ ​तार भी नहीं आते​​,
​बूढी आँखों के अब मददगार भी नहीं आते​​,
​​गए है जबसे शहर में कमाने को लड़के​​,
​​हमारे गाँव में त्यौहार भी नहीं आते।

इश्क ने गूथें थे जो गजरे नुकीले हो गए,
तेरे हाथों में तो ये कंगन भी ढीले हो गए,
फूल बेचारे अकेले रह गए है शाख पर,
गाँव की सब तितलियों के हाथ पीले हो गए..

रत्न तो लाख मिले एक ह्रदय धन ना मिला,
दर्द हर वक्त मिला चैन किसी क्षण ना मिला,
ढूढते ढूढते ढल गई धूप जीवन की मगर,
दूसरी बार लौट के हमे बचपन ना मिला..

जिस दिन बंद कर ली हमने आंखें,
कई आँखों से उस दिन आंसु बरसेंगे,
जो कहते हैं के बहुत तंग करते है हम,
वही हमारी एक शरारत को तरसेंगे.

तू रख वो हौसला वो मंजर भी आएगा,
प्यासे के पास चल कर समुन्दर भी आएगा,
थक हार के ना रूकना- ए- मंजिल के मुसाफिर,
मंजिल भी मिलेगी~ मिलने का मजा भी आएगा..

कितना दूर निकल गए रिश्ते निभाते निभाते,
खुद को खो दिया हमने अपनों को पाते पाते,
लोग कहते है दर्द है मेरे दिल में,
और तुम थक गए मुस्कुराते मुस्कुराते..

ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भूल जाता हूँ,
मुझे तुम से मोहब्बत है बताना भूल जाता हूँ,
तेरी गलियों में फिरना इतना अच्छा लगता है,
मैं रास्ता याद रखता हूँ ठिकाना भूल जाता हूँ,
बस इतनी बात पर मैं लोगों को अच्छा नहीं लगता,
मैं नेकी कर तो देता हूँ, जताना भूल जाता हूँ..

जीत किसके लिए,हार किसके लिए,
जिन्दगी भर यह तकरार किसके लिए,
जो भी आया है वो जाऐगा एक दिन,
फिर ये अहंकार किसके लिए।..

सोच बदलो सितारे बदलगे,
ऩजर बदलो ऩजारे बदलगे,
किशती कया बदलते हो यारो,
बदलना है तो लहरो को बदलो,
किनारे अपने आप बदलगे..

ज़रा सी रंजिश पर,ना छोड़,
किसी अपने का दामन
ज़िंदगी बीत जाती है
अपनो को अपना बनाने में..!

दिल से दुआ है ज़िंदगी तुम्हारी सुधर जाए,
हर नज़र मे बस प्यार ही प्यार नज़र आए,
तुम्हे जिसकी तलाश है आए मेरे दोस्त,
खुदा करे वो खुद तुम्हारी तलाश मे आए..

जीत किसके लिए हार किसके लिए
ज़िंदगी भर ये तकरार किसके लिए,
जो भी आया है वो जायेगा एक दिन
फिर ये इतना अहंकार किसके लिए !

जो सफर की शुरुआत करते हैं,
वे मंजिल भी पा लेते हैं बस,
एक बार चलने का हौसला रखना जरुरी है.
क्योंकि,अच्छे इंसानों का तो रास्ते भी इन्तजार करते है

कदर करलो उनकी जो तुमसे
बिना मतलब की चाहत करते है
दुनिया में ख्याल रखने वाले कम
और तकलीफ देने वाले ज्यादा होते है!!

वक़्त कहता है फिर ना आऊगा,
आप की आँखों को न अब रूलाऊगा,
जीना है तो इस पल को जी लो,
शायद मै कल तक ना रूक पाऊगा।

किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है?
जो नहीं मिल सकता उसी से मुहब्बत क्यों है?
कितने खायें है धोखे इन राहों में!
फिर भी दिल को उसी का इंतजार क्यों है?

डर मुझे भी लगा फांसला देख कर,
पर मैं बढ़ता गया रास्ता देख कर,
खुद ब खुद मेरे नज़दीक आती गई
मेरी मंज़िल मेरा हौंसला देख कर.!

टूटने लगा हूँ, ख़ुदा मुझे फ़ना कर दे,
या वो मक़सद दे जिसपे जिंदगी हम सदा कर दें,
जीने की जिद ज्यादा नही,
मगर जितना जिया उसमें कुछ ताऱीफें अदा कर दे।।

जिसमे याद ना आए वो तन्हाई किस काम की,
बिगड़े रिश्ते ना बने तो खुदाई किस काम की,
बेशक इंसान को ऊंचाई तक जाना है,
पर जहाँ से अपने ना दिखें वो उँचाई किस काम की।

कहते हे..प्यार की शुरूआत आँखो से होती है,
यकीन मानो दोस्तो,
प्यार की कीमत भी आँखो को ही चुकानी पङती है..

जाने मेरी मंजिलो के रास्ते कौनसे है,
चल तो रहे है कदम पर दायरे कौनसे है,
क्या ढूँढती है नज़र हर पल,
कौन अपने और पराये कौन से है ।।

उलझी शाम को पाने की ज़िद न करो;
जो ना हो अपना उसे अपनाने की ज़िद न करो;
इस समंदर में तूफ़ान बहुत आते है;
इसके साहिल पर घर बनाने की ज़िद न करो।

हथेली पर रखकर, नसीब अपना
क्यूँ हर शख्स, मुकद्दर ढूँढ़ता है
अजीब फ़ितरत है, उस समुन्दर की
जो टकराने के लिए, पत्थर ढूँढ़ता है

ज़िंदगी जीने का मकसद ख़ास होना चाहिए;
और अपने आप में हमेशा विश्वास होना चाहिए;
जीवन में खुशियों की कमी नहीं है दोस्तो;
बस खुशियों को मनाने का अंदाज़ होना चाहिए।

ख्वाबों कॆ अंदर ज़िंदा मत रहो,
बल्की अपने अंदर ख्वाब को ज़िदा रखो,
मोहब्बत उससॆ नही होती जो खूबसूरत हो,
खूबसूरत वो होती है जिससॆ मोहब्बत हो..

छू ले आसमान ज़मीन की तलाश ना कर,
जी ले ज़िंदगी खुशी की तलाश ना कर,
तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त,
मुस्कुराना सीख ले वजह की तलाश ना कर.

किसी रोज़ याद न कर पाऊं तो खुदगर्ज़ न समझ लेना दोस्तों,
दरसल छोटी सी इस उम्र में परेशानिया बहुत हैं,
मैं भूला नहीं हूँ किसी को मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं ज़माने में,
बस थोड़ी ज़िन्दगी उलझ पड़ी है दो वक़्त की रोटी कमाने में|

कभी आंसू तो कभी ख़ुशी देखी,
हमने अक्सर मजबूरी और बेकसी देखी,
उनकी नाराज़गी को हम क्या समझें,
हमने तो खुद अपनी तकदीर की बेबसी देखी..

मंजिले बहुत है और अफ़साने भी बहुत है,
जिंदगी की राह में इम्तिहान भी बहुत है,
मत करो दुःख उसका जो कभी मिला नही
दुनिया में खुश रहने के बहाने भी बहुत है।

मशहूर होना पर मगरुर ना होना,
कामयाबी से नशे मे चूर ना होना,
मिल जाए सारी कायनात आपको अगर,
इसके लिए अपनो से कभी दूर मत होना..

जिन्दगी हसीन है जिन्दगी से प्यार करो,
है रात तो सुबह का इतजार करो,
वो पल भी आऐगा जिसका इतजार हैं आप को,
रब पर भरोसा और वक्त पे ऐतबार रखो।

तू जिंदगी को जी, उसे समझने की कोशिश न कर
सुन्दर सपनो के ताने बाने बुन,उसमे उलझने की कोशिश न कर
चलते वक़्त के साथ तू भी चल, उसमे सिमटने की कोशिश न कर
अपने हाथो को फैला, खुल कर साँस ले, अंदर ही अंदर घुटने की कोशिश न कर
मन में चल रहे युद्ध को विराम दे, खामख्वाह खुद से लड़ने की कोशिश न कर
कुछ बाते भगवान् पर छोड़ दे, सब कुछ खुद सुलझाने की कोशिश न कर
जो मिल गया उसी में खुश रह, जो सकून छीन ले वो पाने की कोशिश न कर
रास्ते की सुंदरता का लुत्फ़ उठा, मंजिल पर जल्दी पहुचने की कोशिश न कर..

मंजिलें तो हासिल कर ही लेगे,
कभी किसी रोज,
ठोकरें कोई जहर तो नहीं ,
जो खाकर मर जायेगें.

किसी की मजबूरियाँ पे न हँसिये,
कोई मजबूरियाँ ख़रीद कर नहीं लाता,
डरिये वक़्त की मार से,
बुरा वक़्त किसीको बताकर नही आता..

जो मुस्कुरा रहा है, उसे दर्द ने पाला होगा…
जो चल रहा है, उसके पाँव में छाला होगा…

बिना संघर्ष के इन्सान चमक नही सकता, यारों…
जो जलेगा उसी दिये में तो, उजाला होगा…।

हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली
कुछ यादें मेरे संग पांव पांव चली
सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव-छाँव चली।।

मुस्कारने के मकसद न ढूँढ,
वर्ना जिन्दगी यूँ ही कट जाएगी,
कभी बेवजह भी मुस्कुरा के देख,
तेरे साथ साथ जिन्दगी भी मुस्कुरायेगी।

Zindagi Shayari in Hindi 2 Line

In Hindi, Zindagi Shayari is a poem that discusses the path of life, including its highs and lows, success and failures. Zindagi Shayari looks at the complexity of life for people giving insights into the nature of love, relationships, desire, and the desire for happiness using poetic style.

बेमतलब की ज़िन्दगी का सिलसिला ख़त्म,
अब जिस तरह की दुनिया उस तरह के हम।

जिसको जो कहना है कहने दो,
मुझे अपने जीवन में मस्त रहने दो।

जिंदगी का सफर भी कितना अजीब है,
शामे कटती नहीं और साल गुज़रते चले जा रहे है!

ज़िन्दगी की हकीकत बस इतनी सी है,
की इंसान पल भर में याद बन जाता है।

कितने ग़म, कितनी तड़प इसमें है, फिर भी लेकिन,
जिन्दगी चीज ही ऐसी है, ना छोडी जाये।

जूझती रही, बिखरती रही, टूटती रही,
कुछ इस तरह ज़िन्दगी, निखरती रही।

मेरी जिंदगी में खुशियां तेरी वजह से है,
आधी तुझे सताने से है, आधी तुझे मनाने से है।

ज़िन्दगी सिर्फ साँसों का नाम नहीं है,
इसलिए हर सांस लेने वाला जिंदा नहीं होता।

समंदर ना सही, पर एक नदी तो होनी चाहिए,
आपके शहर में जीवन, कहीं तो होना चाहिए।

कहाँ- कहाँ समेटूँ तुझे ऐ ज़िंदगी,
जिधर भी देखु तू बस बिखरी पड़ी है।

जिंदगी से कुछ सीखो दोस्तों बहुत कुछ सिखाती है,
अब जिंदगी में कुछ खास नहीं रहा तो क्या हुआ,
थोड़ा धिरज रख्खो ये अच्छा बुरा हर मोड़ दिखती है।

मेरे दोस्त इसमें समय लगेगा, लेकिन यह सही होगा।
तुम जो चाहोगे वही होगा।

अपनी ज़िंदगी की तारीफ तब भी करो,
जब वो तुम्हे कुछ ना भी दे रही हो।

ज़िन्दगी में हमे ठोकर लगनी भी ज़रूरी है,
तभी हम सही रास्ते की पहचान करते है।

ज़िन्दगी खुद के दम पर जी जीती,
दूसरो के कन्धों पर सिर्फ जनाजे उठाये जाते हैं।

हम हर दिन उदास होते हैं बस रातें गुजरती हैं,
किसी दिन रात उदास होगी और हम गुज़र जायेंगे।

उम्र छोटी है तो क्या, देखा है ज़िंदगी का हर मंजर,
मैंने नकली मुस्कान देखी है, और मैंने बग़ल में खंजर देखा है।

ज़िन्दगी है सो गुज़र रही है वरना,
हमें गुजरे काफी समय हो गया है।

अनजाने में बहुत कुछ सिखाया जिंदगी के सफर ने,
वो किताबों में दर्ज़ था ही नहीं जो सबक सिखाया जमाने ने।

किसी की किस्मत बुलंद, तो किसी की ख़राब होती है,
ये ज़िन्दगी है साहब, सबका हिसाब रखती है।

जिन्दगी के सफर में, ये बात भी आम रही,
मोड़ तो कई आये, मगर मंजिले गुमनाम रही।

अब तो में ही पत्थर का हो गया ये सोचके
कि मेरी ज़िंदगी तो फूल बनेगी नहीं।

क्या कभी ख़ुशी के पल नसीब नहीं होंगे,
क्या ज़िन्दगी के सभी पल ऐसे ही होंगे।

किसी के लिए दर्द भरी तो किसी के लिए कमाल है,
सही मायनों में जिंदगी का यही मायाजाल है।

Sad Zindagi Shayari in Hindi

In Hindi, Sad Zindagi Shayari expresses the true meaning of life’s challenges and hardships by going into the darkest parts of sadness and loss. These haunting poems, which connect with the pure feelings of sadness and anxiety, convey the pain of loss, discontent, and unrealized hopes.

किसी का आज है तो किसी का कल होगा,
जिंदगी का सफ़र में हमारा भी मरण होगा।

डूबना नहीं था मुझे ज़िन्दगी की नैय्या में ,
इसलिए मैंने अपने सपनो की नांव तैयार रखी।

जिंदगी का सफर मुझे अकेले ही चलना था,
क्यूंकि हर राह मैं अकेले ही लड़ना था।

काश अपनी ज़िन्दगी का दुलारा होता ,
जीत मेरी होती, मामला कोई भी होता।

थकान भरी है जिंदगी, मंज़िल अभी दूर है,
ज़िदगी का ‘सफ़र’ का खेल यही है सुहाना।

मैंने अपने मन को खुद से क्या जीता ,
सारी दुनिया ही मेरी हो गयी।

वो एक रात जला तो उसे चिराग कह गए,
हम बरसों से दे रहे थे उजाला, और हमसे ही खफा हो गए।

जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है
कभी हंसी तो कभी जिंदगी रुला देती है
लेकिन जिंदगी खुशियों के आगे सिर झुका देती है।

मौका मिलने पर पलट जाती है बाज़ी,
किसी का बुरा न करो वरना जिंदगी बहुत रंग दिखाती।

बदल जाती है जिंदगी जब ठोकर खानी पड़ती है,
खैरात में कुछ नहीं मिलता, कीमत चुकानी पड़ती है।

जीवन की भूमिका इस तरह निभाएं
पर्दे के बाद भी तालीयाँ‬ बजती रहे।

बोझ मेरे कंधो पर नहीं,
मेरे मन पर था,
तभी तो मैं ज़्यादा दूरी तक,
इस बोझ को लेकर चल नहीं पाया।

नादान से दोस्ती कीजिए क्योंकि,
मुसीबत के वक्त कोई भी,
समझदार साथ नहीं देता।

बड़े अजीब सिलसिले है,
किसी ने वक़्त गुजारने के लिए अपना बनाया,
किसी ने अपना बना कर वक़्त गुज़ार लिया।

ऐ ज़िन्दगी बार बार न रुलाया कर,
हर किसी के पास चुप कराने वाला नहीं होता।

ऐ समंदर अपनी लेहरो को, ज़रा संभल कर रख,
मेरे अपने ही काफी, ज़िन्दगी में तूफ़ान लाने के लिए।

जो आपकी किस्मत में लिखा है, वो भाग कर आयेगा और,
जो किस्मत में नहीं लिखा है, वो आकर भी भाग जायेगा।

ज़िन्दगी में रुकावटे तो सिर्फ, ज़िंदा इंसानो के लिए होती है,
जनाज़े के लिए तो, सब रास्ता छोड़ देते है।

अकेले रह लीजिये लेकिन उनके साथ मत रहिये,
जो आपको महत्व नहीं देते है।

वो तो अपनी एक आदत भी ना बदल सका,
पता नहीं क्यों मैंने उसके लिए,
अपनी ज़िन्दगी बदल डाली।

जिन्दगी के हाथ नहीं होते, लेकिन कभी कभी वो,
ऐसा थप्पड़ मारती है, जो पूरी उम्र याद रहता है।

जिन्दगी को हमेशा मुस्कुरा के गुजारो,
क्योंकि आप नहीं जानते की, यह कितनी बाकी है।

बदल जाती है जिंदगी की हक़ीक़त,
जब तुम मुस्कुराकर कहते हो तुम बहुत प्यारे हो।

स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी,
जहां लोग तो बहुत ह पर अपना कोई नहीं।

एक ही समानता है जिंदगी और पतंग में,
ऊँचाई में हो तब तक ही वाह-वाह होती हैं।

फिक्र है सब को खुद को सही साबित करने की,​
​जैसे ये जिन्दगी, जिन्दगी नही, कोई इल्जाम है।

ज़िन्दगी ये चाहती है कि ख़ुदकुशी कर लूँ,
मैं इस इन्तज़ार में हूँ कि कोई हादसा हो जाए।

इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते हो जब तुम राह में कभी,
युँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे।

Zindgi ki Shayari

The Poetry of Life, also known as Zindagi ki Shayari, conveys the heart of the human experience in all its complexity and beauty. These lines act as a mirror, reflecting the wide range of feelings, experiences, and events that make up our life’s journey.

न कोई बेगाना, न कोई अपना है,
ये ज़िन्दगी सच्चाई नहीं बस एक सपना है।


किसी का आज तो किसी का कल होगा,
मिलेगी मौत तो जिंदगी का सफ़र मुकम्मल होगा।


इन्सान के सफ़र को कई मोड़ देती है,
जब थक जाती है जिंदगी तो छोड़ देती है।


मौका मिलने पर पलट देती है बाज़ी,
जिंदगी किसी की वफादार नहीं होती।


किसी की किस्मत बुलंद किसी की ख़राब रखती है,
ये ज़िन्दगी है साहब, सबका हिसाब रखती है।


धीरे-धीरे हर कठिनाई निकल जाती है,
मेहनत का साथ मिलता है तो जिंदगी बदल जाती है।

ठोकरें देकर हमें सही राह दिखाती है,
इस तरह जिंदगी जीने का पाठ सिखाती है।

एक दिन ये हमसे सब कुछ छीन लेती है,
बदले में बस दो ग़ज ज़मीन देती है।


जिस दिन कामयाबी अपने नाम होगी,
उस दिन जिंदगी अपनी गुलाम होगी।


जिंदगी ने उसे कुछ नहीं दिया, जिसने कुछ खोया नहीं,
सपने उसी के पूरे हुए हैं जो कई रातें सोया नहीं।


जिंदगी सबको मौका देती है किस्मत बदलने का,
इन्सान में बस हुनर हो, सही राह पर चलने का।


छीन लिया कोई अपना, किसी को दर्द बेशुमार दिया,
ए जिंदगी तूने कितनों को, जीते जी ही मार दिया।


तमाम उम्र गुजर जाती है जिंदगी बनाते-बनाते
और एक पल में ज़िन्दगी साथ छोड़ जाती है।


तनहा ही करना पड़ता है जिंदगी का सफ़र,
हर साथी इक मोड़ पर साथ छोड़ जाता है।


यूँ ही नहीं अक्सर हम पर मुसीबत आती है,
हमारे ही कर्मों का फल जिंदगी हमें लौटाती है।

बदल जाती है जिंदगी जब ज़िद किस्मत से लड़ती है,
खैरात में कहाँ कुछ मिलता है यहाँ, कीमत चुकानी पड़ती है।


ज़िन्दगी की दौड़ में जो संयम रख पाते हैं,
समय आने पर वही इतिहास रचाते हैं।


जिंदगी की बाधाओं को जो पार कर जाता है,
अपना जीना वो साकार कर जाता है।


हर सफलता हमारे हाथ देती है,
इरादे बुलंद हो तो ज़िन्दगी साथ देती है।

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